IANS_ARCH
Lucknow-Hindi

भारतीय नौसेना का वॉरशिप INS गोमती अब लखनऊ की बढ़ाएगा शान, म्यूजियम में होगा तबदील

भारतीय नौसेना का सबसे पुराना गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट INS गोमती देश की 34 साल की शानदार सेवा के बाद 28 मई को डीकमीशन होने के लिए तैयार है।

Aastha Singh

भारतीय नौसेना का सबसे पुराना गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट, INS गोमती देश के प्रति 34 साल की शानदार सेवा के बाद 28 मई को सेवामुक्त होने के लिए तैयार है। अपराजेय आईएनएस गोमती उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक नया सफर तय करने जा रहा है, जहाँ बहने वाली नदी के नाम पर इसका नाम रखा गया था। विशेष रूप से, भारतीय नौसेना का आईएनएस गोमती स्वदेश निर्मित 'गोदावरी' (Godavari) क्लास गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट (guided missile frigate) का तीसरा शिप था, और मूल रूप से 16 अप्रैल, 1988 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।

भारतीय नौसेना का सबसे पुराना गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट

वॉरशिप के डीकमीशन होने के बाद, इसके कुछ हिस्सों को लखनऊ ले जाया जाएगा, जहां अधिकारियों की योजना गोमती नदी के पास एक अनूठा ओपन एयर संग्रहालय स्थापित करने की है। रिपोर्ट के मुताबिक, जहाज के कुछ हिस्सों को छतर मंजिल और गोमती रिवरफ्रंट जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर प्रदर्शित किया जाएगा। आईएनएस गोमती के हिस्से भारतीय नौसेना की वीरता की अमिट याद के रूप में चमकेंगे।

लखनऊ के लिए गर्व का सबब

आईएनएस गोमती के अंतिम बेस के रूप में चुना जाना वास्तव में लखनऊ के लिए बड़े गर्व की बात है। कथित तौर पर, यह वॉरशिप भारतीय नौसेना का पहला वेसल था जो अपने लड़ाकू डेटा सिस्टम में डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स से लैस था, और अपने बचाव में इसमें भारतीय, रूसी और पश्चिमी हथियार प्रणालियों का मिश्रण था। विशेष रूप से, अन्य दो गोदावरी फ्रिगेट, अर्थात् गोदावरी और गंगा को क्रमशः 2015 और 2018 मे डीकमीशन कर दिया गया था।

To get all the latest content, download our mobile application. Available for both iOS & Android devices. 

Google Chrome user? Indian government raises alarm over major vulnerability

Delhi Mumbai Expressway set to open by December 2025; Here's all you need to know:

Lucknow joins Delhi in the race to breathe less! AQI hits new lows as weather turns cold

No property registration in Uttar Pradesh from November 8–11; here's why:

Lucknow's long-shut Satkhanda opens to public, becoming city's latest attraction

SCROLL FOR NEXT