इंदौर वन विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया कैंसर जागरूकता अभियान

इंदौर वन विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया कैंसर जागरूकता अभियान

मुख्य वन संरक्षक एचएस मोहंता ने बताया कि इन क्षेत्रों में बीड़ी और सिगरेट पीने वाले लोगों के अत्यधिक धुएं से बिल्लियों के मुंह में स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (squamous cell carcinomas) हो रहा है।

विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर, इंदौर के वन विभाग ने अपनी ग्रामीण आबादी को कैंसर के बारे में शिक्षित करने की जिम्मेदारी उठाई है। जागरूकता अभियान आज, 4 फरवरी से शुरू हो रहा है। जन जागरूकता अभियान का लक्ष्य एक बार में लगभग 700-800 लोगों तक पहुंचना है। विशेष रूप से, यह पहल धूम्रपान के दुष्प्रभावों के बारे में बात करके कैंसर को रोकने के लिए की गई है, जो ग्रामीणों, आदिवासियों और वन अधिकारियों के दैनिक जीवन में एक सामान्य गतिविधि है।

कैंसर जागरूकता अभियान में किये जाएंगे विशेष कार्य

मध्य प्रदेश में यह पहला मौका है जब वन विभाग ने यहां कैंसर के मामलों की बढ़ती संख्या को मियंत्रित करने के लिए रणनीतिक जागरूकता अभियान चलाया है। पहल को सफल बनाने के लिए निम्नलिखित मुख्य विशेषताएं मदद करेंगी।

  1. अभियान के तहत इंदौर, उज्जैन और खंडवा के 16 जिलों में 100 सेमीनार आयोजित किया जाएगा।
  2. दूर-दराज के ग्रामीणों को ऑनलाइन अभियान से जोड़ने की ज़िम्मेदारी रेंज अधिकारी और डिप्टी रेंजर को दी जाएगी।
  3. संगोष्ठियों के दौरान सभी संभाग कार्यालयों के कर्मचारी और ऑनलाइन अभियान में जुड़े रहेंगे।
  4. वन विभाग के कर्मचारियों, वन ग्रामीणों और संयुक्त वन समितियों को अभियान से जोड़ा जाएगा।
  5. सेमिनार में कैंसर का पता लगाने, उपचार, लक्षण और रोकथाम जैसे विषय शामिल होंगे।

कैंसर, मानव और पशु दोनों के जीवन के लिए खतरा

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अतिरिक्त राज्य निदेशक, सलोनी सिदाना ने बताया कि मप्र के गैर-आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर काफी आम है। उन्होंने आगे बताया कि दिसंबर में तीस वर्ष से अधिक आयु के लगभग 30 लाख लोगों की कैंसर की जांच की गई। एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, राज्य में होशंगाबाद, रायसेन और सिवनी जिलों में कैंसर के सबसे अधिक मामले हैं।

मुख्य वन संरक्षक एचएस मोहंता ने बताया कि इन क्षेत्रों में बीड़ी और सिगरेट पीने वाले लोगों के अत्यधिक धुएं से बिल्लियों के मुंह में स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (squamous cell carcinomas) हो रहा है। इसके अलावा फेलिन ल्यूकेमिया वायरस भी बिल्लियों में कैंसर पैदा कर रहा है।

ग्रामीणों और यहां तक कि फॉरेस्ट वॉरियर के लिए तंबाकू बीड़ी का सेवन करना बहुत आम है, जो कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक है। भारत की लगभग 70% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है और इससे देश में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, जिससे सामान्य स्वास्थ्य दर सूचकांक ( general health rate index) प्रभावित होता है। इस पहल का उद्देश्य लोगों में धूम्रपान को कम करना और सभी के बीच बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।

To get all the latest content, download our mobile application. Available for both iOS & Android devices. 

Knocksense
www.knocksense.com